
परिभाषा (Definition):
Artificial Intelligence (AI) एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसके द्वारा बुद्धिमान (intelligent) मशीनें बनाई जाती हैं जो इंसानों की तरह सोच और काम कर सकती हैं।
सरल शब्दों में:
AI एक ऐसी विधि (method) है जिससे कंप्यूटर, रोबोट और मशीन इंसानों की तरह सोचने, सीखने और निर्णय लेने लगते हैं।
शब्दों का अर्थ:
- Artificial = इंसानों के द्वारा बनाया हुआ
- Intelligence = सोचने की शक्ति
👉 पूरा अर्थ = “इंसान के द्वारा बनाई हुई सोचने की शक्ति”
अन्य नाम:
Artificial Intelligence को Machine Intelligence भी कहा जाता है।
क्षमताएँ (Capabilities):
AI से मशीनों में इंसानों जैसी क्षमताएँ आती हैं, जैसे:
- इंसानों की तरह बातचीत करना
- याद रखना
- सीखना
- निर्णय लेना
- किसी समस्या को हल करना
मुख्य उद्देश्य (Main Goal):
AI का मुख्य उद्देश्य ऐसी Intelligent मशीनें बनाना है जो मनुष्य के जीवन को और आसान बना सकें।
हिंदी नाम:
Artificial Intelligence को हिंदी में “कृत्रिम बुद्धिमत्ता” कहते हैं।
जनक (Father of AI):
जॉन मैकार्थी (John McCarthy) को Artificial Intelligence का जनक माना जाता है।
- उनके अनुसार, “AI बुद्धिमान मशीनों, विशेष रूप से बुद्धिमान कंप्यूटर प्रोग्राम बनाने का विज्ञान और इंजीनियरिंग है।”
Artificial Intelligence (AI) के प्रकार – Types of AI in Hindi
आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) के कई प्रकार होते हैं। आइए इन्हें एक-एक करके समझते हैं:
1. Reactive Machines (प्रतिक्रियाशील मशीन)
- यह AI का सबसे सरल प्रकार है।
- केवल बेसिक कार्यों को पूरा करती है।
- किसी भी data और memory को स्टोर नहीं करती।
- केवल वर्तमान कार्य पर focus करती है, भविष्य के लिए उपयोगी नहीं।
- उदाहरण: Google का AlphaGo।
2. Limited Memory (सीमित स्मृति)
- यह पुराने data को कुछ समय के लिए store कर सकती है।
- पिछले data के आधार पर भविष्य की prediction करती है।
- Prediction पूरी तरह सही नहीं होता।
- उपयोग: Self-driving cars (जैसे Tesla)।
- यह आस-पास की कारों की speed, distance और अन्य जानकारी स्टोर कर सकती है।
3. Theory of Mind (मस्तिष्क का सिद्धांत)
- यह AI इंसानों के thoughts और emotions को समझ सकती है।
- इंसानों की तरह बातचीत करने की क्षमता रखती है।
- यह technology अभी पूरी तरह विकसित नहीं हुई है, रिसर्च जारी है।
4. Self-Awareness AI (आत्म-जागरूक एआई)
- यह भविष्य की AI मानी जाती है।
- खुद का emotion (भावनाएँ), चेतना और दिमाग होगा।
- इंसानों से भी ज्यादा intelligent और smart होगी।
- सही-गलत फैसले खुद ले सकेगी।
- नोट: अभी उपलब्ध नहीं है, यह एक कल्पना है।
5. Weak या Narrow AI (कमजोर/संकीर्ण एआई)
- इसे Artificial Narrow Intelligence (ANI) भी कहते हैं।
- यह केवल किसी एक विशेष काम को ही कर सकती है।
- इंसानों की तरह behave नहीं कर सकती लेकिन parameters और contexts से इंसानी व्यवहार को समझ सकती है।
- Data को स्टोर नहीं करती।
- उदाहरण: IBM का Watson Supercomputer।
6. Artificial General Intelligence (AGI)
- इसे Strong AI भी कहते हैं।
- यह इंसानों की तरह सोचना और किसी भी काम को करना जानती है।
- समस्याओं को अपने तरीके से हल करने की क्षमता रखती है।
- इंसानों की तरह सीखने और behave करने की क्षमता होगी।
- अभी पूरी तरह विकसित नहीं हुई है, रिसर्च जारी है।
7. Artificial Super Intelligence (ASI)
- यह इंसानों से भी ज्यादा बुद्धिमान होगी।
- इंसान की तुलना में किसी भी काम को आसानी और तेजी से कर सकेगी।
- क्षमताएँ: सोचना, सीखना, plan बनाना, puzzle solve करना, खुद से बातें करना।
- यह Self-aware होगी और सही-गलत का निर्णय स्वयं कर सकेगी।
- अभी काल्पनिक है लेकिन भविष्य में संभव है।